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वर्षो से वैसे तो तमाम विपक्षी दलों पर बीजेपी आरोप लगाते आयी हैं की वह हिन्दू विरोधी दल हैं वही बीजेपी खुद को हिन्दू हितैशी बताने में भी परहेज नहीं करती.

चाहे इसके लिए राम मंदिर मुद्द्दा हो चाहे कश्मीर का मुद्दा. हमेशा बीजेपी खुद को सभी मंचों से हिन्दू धर्म का रक्षक बनने की कोशिस करते आयी हैं

हालाकिं कितना बड़ा हिन्दू हितैशी हैं भाजपा इसपर हमेशा सवाल उठते आये हैं.

अभी देश में जहाँ कोरोना का मामला लगातर बढ़ते हुए 80 हजार से अधिक मरीजों की संख्या बढ़ चुकी हैं तो वही सैकंडों लोगों की इस कोरोना के चलते हुए लॉक डाउन में भूख प्यास से मौत होने की खबरे सामने आयी हैं.

कोरोना मरीजों का आंकड़ा गुजरात में 9267 पार लेकिन “मीडिया” ममता बनर्जी से पूछती हैं बंगाल में 2290 केस क्यों हैं?

लगातार टीवी अखबारों में देखा जाता रहा हैं की इस लॉक डाउन लोग दूसरे राज्यों में भूखे प्यासे मरने से बेहतर अपने गांव में जाकर मरने की बात करते नजर आ रहे हैं.

इस कारण से लोग अब अपने गांव की और अपने घर जाने के लिए पैदल निकल पड़े हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई लोगों की अबतक जान भी जा चुकी हैं पैदल जाने में. कई लोगों की मौत ट्रैन से कटने से हुई.

अब इसी लेकर सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी से सवाल पूछ रहे हैं की आप हिन्दू हितैशी थे तो अब कहाँ गायब गए

ट्विटर पर इसी को लेकर “Syed Abdul Kadir” लिखते हैं की ” एक सुझाव है- सरकार हिंदू हितैसी भाजपा की है,तो सड़कों पर हज़ारों किलोमीटर चल कर अपने पैरों की खाल निकलवा रहे लोगों में से सरकार हिंदुओं को ही सहूलियत के उनके घर पहुँचाने में मदद करे।
या फिर चुनावी तेज़ पत्ता के मनिंद समझा जाए हिन्दू भाईयों को?”