ये तस्वीर है वाराणसी के रेड लाइट एरिया कहे जाने वाले मंडुआडीह-शिवदासपुर की है। यहाँ पर सैकड़ों सेक्स वर्कर रहती हैं, लॉकडाउन के बाद यहाँ से अधिकतर महिलाएं चली गई हैं, नाम मात्र की ही बची हैं.
जो बची हुई हैं उनकी हालत काफी खराब है, वे भुखमरी के कगार पर हैं, अंजलि नाम (बदला हुआ नाम) की एक सेक्स वर्कर बताती हैं कि ‘तीन दिन खाना खाये हो गया है, कुछ खाने को नहीं है, कोई आ भी नहीं रहा है, हम किससे खाना मांगे।’
अंजली के साथ सुमन नाम की महिला भी हैं, ये पिछले पंद्रह साल से यहाँ रहती हैं। सुमन कहती हैं कि ‘हम अपने दरवाजे के बाहर इसलिए बैठे हुए है ताकि कोई आए और हमारे लिए कुछ खाने के लिए ला दे, सुमन बताती हैं कि ‘तीन दिन पहले एक लोग खिचड़ी दे गए थे, वही खाये हुए हैं।
मुझे नहीं मालूम कि मैं ये पोस्ट लिखकर सही कर रही हूँ या नहीं, लेकिन इतनी गुजारिश जरूर है कि इन महिलाओं की स्थिति काफी खराब है, मुझे उस एरिया में जाते हुए काफी डर लग रहा था, अगर हो सके तो इन महिलाओं के लिए कुछ खाने का इंतजाम कर दिया जाए।
(ये लेख रिज़वाना तबस्सुम ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखी हैं)