उत्तर प्रदेश में कई दिनों तक उठा पटक होने के बाद भी योगी सरकार ने प्रियंका गाँधी द्वारा दिए गए बसों को वापस लौटा दिया हैं.
अब इसको लेकर तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं कुछ लोगों का इसपर कहना हैं की जब योगी सरकार ने राजस्थान बस भेजा था तब तो कांग्रेस सरकार ने बस की जांच नहीं किया आपसे इतना कागज नहीं माँगा।
वही गुजरात को लेकर अब योगी सरकार पर तंज कैसा जा रहा हैं की बीजेपी गुजरातियों के लिए 28 लग्जरी बसों का इंतजाम कर सकती हैं तो इन मजदूरों के लिए क्यों नहीं कर सकती।
दरअसल ट्विटर पर अरुणोदय विश्वकर्मा ने लिखा की “#Lockdown के दौरान गुजरातियों के लिए गुजरात से गुजरात की यात्रा के लिए 28 लग्जरी बसों की व्यवस्था कर सकते हैं!
तो बीजेपी ने INC की 1000 बसों को क्यों परमिशन न देकर गरीब मजदूरों को उनके घर क्यों नहीं जाने दिया?”
आपको बता दे की देश में लगे लॉकडाउन के बाद गुजरात के 1800 लोग हरिद्वार में ही रह गए थे, इसका पता चलने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने निर्देश जारी किए। जिसके कुछ ही घंटों के अंदर ही उन लोगों को हरिद्वार से घर ले जाने की तैयारी शुरू हो गईं। उन सभी को लग्जरी बसों से सीधे घर पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री के सचिव अश्वनी कुमार ने यह जानकारी मीडिया को दी है। बताया जा रहा है कि, बसों की इसी व्यवस्था के चलते उत्तराखंड परिवहन की कई वाहन हरिद्वार से अहमदाबाद पहुंचे थे। यह काम इतनी गोपनीयता से हुआ कि उत्तराखंड के परिवहन मंत्री तक को ये खबर नहीं लगी कि उनके विभाग के ही कई वाहन लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों की सीमाओं को पार करते हुए 1200 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े हैं।