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जिस पार्टी की सरकार हो उसकी अगर नाकामी पर विपक्ष सवाल उठाये और फिर सरकार के प्रवक्ता उस नाकामी पर ये बोले की जब हम इस मुद्दें पर फ़ैल होना शुरू हुए तब आपके नेता कहाँ थे? उन्होंने रोका क्यों नहीं? आपको कैसा लगेगा?

पिछले छह साल से देश में यही हो रहा है जब जब केंद्र की सरकार किसी मुद्दें पर नाकाम साबित होती हैं तो सरकार के मंत्री से लेकर प्रवक्ता और प्रवक्ता से लेकर उनके कर्यकर्ता ये कहेंगे की कांग्रेस के समय भी हुआ. या कांग्रेस ने काम नहीं किया. तो राहुल सोनिया ये नहीं करते वह नहीं करते.

ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कोंग्रस प्रवक्ता पवन खेरा के बीच हुए डिबेट का हिंसा वायरल हो रहा हैं.

दरअसल बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा की ” जब फ़रवरी में कोरोना भारत में आ रहा था राहुल गांधी कहाँ थे? अब इसी पर पवन खेरा ने कहा ” सुधांशु जी पूछते हैं कि जब फ़रवरी में कोरोना आ रहा था राहुल गांधी कहाँ थे? सुधांशु जी, राहुल गांधी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं, ना स्वास्थ्य मंत्री हैं, ना ही सरकार का हिस्सा हैं। अब आप बताइए, फ़रवरी और मार्च में मोदी जी किस काम में व्यस्त थे?