मोदी जी आपने कोरोना संकट में जनता के लिए किया क्या हैं, पैसे हमसे ही लिए थाली भी हम ही से बजवायी, पैदल हम ही जा रहे

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मोदी जी देश की जनता को बस एक बार इतना बता दीजिये। आप सरकार चला रहे हैं या ड्रामा करने वाली टीम? इतना बता दीजिये लोग आपसे सवाल करना छोड़ देंगे. क्योंकि मुझे क्या कोई भी समझदार व्यक्ति आपके फैसले देखकर सोचता होगा हमने गलत हाथों में देश तो नहीं दे दिया. पहले पीएम केयर्स फंड के नाम पर लाखो करोड़ रूपए जमा कर लिए. ऊपर से कोरोना के नाम पर वर्ल्ड बैंक से भी आपने एक अरब डॉलर लिया जो भारतीय रूपए के अनुसार 75,030,566,251 होता हैं.

फिर अमेरिका ने भी कोरोना के नाम पर आपके सरकार को 8.9 मिलियन डॉलर दिया. कोरोना के नाम पर आपकी सरकार ने एशियाई विकास बैंक (ADB) से भी 113 अरब रुपये का कर्ज लिया. वही पहले से बने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में पहले से 3800.44 करोड़ रूपए पड़ा हुआ हैं. इतने पैसे में सरकार का पेट नहीं भरा तो आपकी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों, पेंशनधारियों के भत्ता रोक लगाने लगी उसमे कटौती करने लगी.

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इसके बाबजूद आपने जनता के लिए किया क्या? कभी ताली बजवाये. कभी थाली बजवाये. कभी टोर्च तो कभी मोमबत्ती जलवाये और वायुसेना के हेलीकाप्टर से फूल वर्षा वरसाये। जबकि सबको पता हैं पैदल चलने से हजारों लोगों की जान चली गयी. क्या उनलोगों के लिए ये हेलीकाप्टर काम नहीं आ सकता था. उनको उनके घर तक पहुंचाने के लिए.

जो योजना चल रही थी उसी के नाम से आपने लोगों के खाते में 30 हजार करोड़ डाल दिया। ऊपर से क्या दिए लोगों को दोगुना करके अनाज? जो भारत सरकार के गोदाम में पहले से लाखो टन सड़ रहा हैं. उसी को जनता के माथे पर चेप दिया. इतना पैसा बटोरने के बाद भी अलग अलग राज्य में फंसे लोगों से रेलवे किराया वसूल रही है जो घर आ रहे हैं.

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अगर कोई कोरोना संक्रमित हैं तो ऐसा तो हैं नहीं की सरकार टेस्ट किट के बदले उस मरीज से पैसे नहीं ले रहा हैं. तो सवाल यही हैं की आपकी सरकार ने पैसा भी जनता से लिया. जो कर्ज लिया उसे भी जनता चुकायेगी। टेस्ट किट के बदले भी आप पैसे वसूल रहे हैं. रेलवे किराया भी जनता से वसूल रही हैं तो आपने हमारे लिए किये क्या हैं. आपने तो जनता को दूध देने वाली गाय बना दिए हैं जब मर्जी हो जनता से सरकार पैसे निकाल लेती हैं. और कुछ लोगों को लगता हैं आप हमारे लिए काम कर रहे हैं?

( दीपक राजसुमन का ब्लॉग, उनके फेसबुक बॉल से)