जितने हैलीकॉप्टर से फ़ूल वर्षा करवा रहे है, इतने विमानों से तो मजदूरों को उनके घर भेज देते गरीबों की जान बच जाती?

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देश में कोरोना से दिन रात लड़ने वाले डॉक्टरों के सम्मान के लिए मोदी सरकार ने पहले देश वासियों से निवेदन करके थाली बजाने. टोर्च, मोमबत्ती, लाइट जलाने की अपील किया था.

इस अपील का पुरे देश ने सम्मान किया लोग घर के बाहर खड़े होकर टोर्च भी जलाई थाली भी बजायी. अब आज कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टर्स , पुलिस, सफाई कर्मचारियों को सम्मान देने के लिए पुरे देश भर में वायुसेना के हेलीकाप्टर ने जगह जगह ऊपर से फुल बरसायें जा रहे हैं

हालाकिं देश भर में महीनो से हजारो तस्वीर ऐसी भी सामने आयी हैं जहाँ हजारो हजारों की संख्या में लोग मजदूर इस लॉक डाउन में अपने घर पैदल निकल पड़े हैं. चाहे वह बिहार हो उत्तर प्रदेश हो महाराष्ट्र हो मध्य प्रदेश हो गुजरात हो. कई लोगों की तो पैदल चलते चलते जान तक चली गयी.

इसी बीच कई ऐसे ख़बरें भी आया जहाँ डॉक्टर्स को निशाना बनाया गया. तो कहीं ऐसे ही खबर निकल कर सामने आया की डॉक्टर इस वजह से इस्तीफा देने की पेशकश की क्योकि उनके पास सरकार ने इस वायरस से लड़ने के लिए जरुरी सामान तक उपलब्ध नहीं करवाया.

अब उसी कोरोना योद्धाओं के सम्मान के लिए फुल बर्षा किये जा रहे है तो एक ट्विटर यूजर ने इसपर कई सवाल दाग दिए. यूजर ने सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा ” जितने हेलिकॉप्टरों और विमानों से फ़ूल वर्षा हो रही इतने से मजदूरों को उनके घर भेज देते तो कितने गरीबों कि जान बच जाती छोटे छोटे बच्चे 500-500 किलोमीटर पैदल चले हैं मजदूरों से किराया लिया गया अब इसमें पैसा नहीं लग रहा । वाह से गरीब मां के बेटे”