मुस्लिमों के खिलाफ पोस्ट करके देशभक्ति दिखाने वाले कभी बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई और भूखमरी पर पोस्ट नहीं करते?

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दुनिया भर में भारत एकता भाईचारा प्यार प्रेम के लिए जाना जाता हैं. दुनिया जानती हैं भारत के सैकड़ों धर्म जातियाँ प्यार प्रेम के साथ एक बंधन में बंधे रहते हैं जिसे तोडना मुश्किल ही नहीं नामुकिन भी हैं.

हालाकिं पिछले कुछ साल से देश में भेदभाव का मामला बढ़ा हैं. भारत में पिछले कुछ साल से हिन्दू मुसलमान की हिंसा भी देखी गयी हैं. दलितों पर अत्याचार भी देखा गया हैं.

इसमें एक तवका ऐसा हैं जिसमे भारतीय मीडिया भी शामिल हैं. भारत में कुछ भी गलत होगा तो उसका आरोप देश के मुसलमानो पर लगा देते हैं. चाहे वह दिल्ली की हिंसा हो. या देश में फैली कोरोना वायरस. दिल्ली की हिंसा हुई तो उसका आरोप मुसलमानो पर लगाने की पूरी प्रयाश किया गया.

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वही भारतीय मीडिया और सरकार समर्थक लोगों ने भारत में फैले कोरोना वायरस का ठीकरा जमाती मुसलमानो पर फोड़ दिया.

वही बीजेपी के आलोचना करने वाले लोगों का हमेशा कहना होता हैं की ये लोग सिर्फ हिन्दू मुस्लिम करते हैं. इसके पास बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई, भूखमरी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे कभी प्रमुख रहा ही नहीं. जब भी ये लोग सोसाइल मीडिया पर भी लिखने सिर्फ मुस्लिम के खिलाफ लिख कर खुद को देशभक्त बताएँगे.

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इसी को लेकर सोशल मीडिया पर पिंकी चौबे नाम की यूजर ने ऐसे लोगों से एक सवाल किया हैं. पिंकी चौबे ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके लिखा की “ मुस्लिमों के खिलाफ पोस्ट करके देशभक्ति दिखाने वाले संघी या अंधभक्त कभी बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई और भूखमरी पर पोस्ट नहीं करते”

आपको बता दे की पिंकी चौबे मोदी सरकार के उन आलोचकों में से एक हैं जो हर मुद्दों पर कटाक्ष करते आयी हैं ट्विटर पर इनके एक लाख चालीस हजार फॉलोवर हैं