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कोरोना वायरस के कारण देश में चल रहे लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। इस बीच ब्रिटेन के प्रमुख बैंक बार्कलेज ने कैलेंडर ईयर 2020 में भारत की जीडीपी ग्रोथ शून्य फीसदी रहने का अनुमान जताया है।

इससे पहले बार्कलेज बैंक ने 2020 में जीडीपी ग्रोथ 2.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को एक बार फिर बढ़ाते हुए 3 मई तक के लिए कर दिया है।

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बार्कलेज की ओर से मंगलवार को जारी एक रिसर्च नोट में कहा गया है कि भारत में कोरोनावायरस का संक्रमण अभी आधिकारिक रूप से कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज पर नहीं पहुंचा है। संक्रमण को रोकने के लिए आवागमन पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण अर्थव्यवस्था को होने वाला नुकसान अपेक्षा से कहीं अधिक होगा।

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नोट में कहा गया है कि इस लॉकडाउन का माइनिंग, एग्रीकल्चर, मेन्युफैक्चरिंग और यूटीलिटी सेक्टर पर हमारी उम्मीद से ज्यादा नकारात्मक असर पड़ेगा।

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बार्कलेज के अनुसार यह आर्थिक नुकसान 234.4 बिलियन डॉलर (करीब 17 लाख करोड़ रुपए) या जीडीपी के 8.1 फीसदी के बराबर होगा। यह बार्कलेज की ओर से पिछले बार बताए गए 120 बिलियन डॉलर के नुकसान के अनुमान से कहीं ज्यादा है।

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बार्कलेज के नोट में महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और पंजाब जैसे बड़े औद्योगिक राज्यों को ज्यादा आर्थिक नुकसान होने का अनुमान जताया गया है।

इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, इस कारण इन राज्यों में देश के दूसरे हिस्सों के मुकाबले ज्यादा लंबे समय तक लॉकडाउन की स्थिति रह सकती है।

साभार: मनी भास्कर

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