आज NSUI प्रदेश अध्यक्ष चुन्नु सिंह ने बिहार के महामहिम राज्यपाल को मांग पत्र मेल किया है और कहा है इस वैश्विक महामारी की वजह से देश में घोषित लॉक डाउन के कारण सभी शिक्षण संस्थान पूर्ण रूप से बंद है।
वर्तमान समय सत्र के लिए परीक्षा का समय है परंतु महामारी के चलते किसी भी पाठ्यक्रम का कोर्स पूर्ण नही हो सका है परंतु यह भी सत्य है कि कुछ विश्वविद्यालय ऑनलाइन के माध्यम से पाठ्यक्रम को चला रहे है लेकिन कई छात्र अपने घरों में है जहाँ वह पर्याप्त संसाधन ना होने की वजह ऑनलाइन पाठ्यक्रम में रूचि नहीं ले रहे हैं जबकि राज्य के कई विश्वविद्यालय ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई नही जारी रखी है।
राज्य अंतर्गत किसी भी विश्वविद्यालय में ऑनलाइन माध्यम से परीक्षाएं नही ली जाएं।
स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम तथा द्वितीय वर्ष के सभी छात्र को बगैर परीक्षा लिए प्रमोट किया जाएं, विश्वविद्यालय विकल्प के तौर पर छात्रों से असाइनमेंट का माध्यम अपना सकें।
पारा स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय सेमेस्टर के सभी छात्रों को बगैर परीक्षा लिए प्रमोट किए जाएं विकल्प के तौर पर इन से भी असाइनमेंट का माध्यम अपनाया जाए।
स्नातक पाठ्यक्रम तथा पारा स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के छात्रों को 10% अतिरिक्त अंक के साथ पिछले प्रदर्शन के आधार पर पदोत्रत किए जाने चाहिए, क्योंकि यह देखा गया है कि अंतिम वर्ष के छात्र अपने प्रदर्शन में सुधार कर लेते है।
विश्वविद्यालय आगामी सत्र हेतु किसी भी प्रकार की फीस अगले वर्ष अथवा अगले सेमेस्टर के लिए ना लें इस महामारी को देखते हुए इसे माफ कर देनी चाहिए।
छात्रावासों में रह रहे छात्र के शुल्क का वहन सरकार के द्वारा किए जाएं।
अध्ययन भूमि पटना में रहकर पढ़ने वाले प्रतियोगी छात्रों के 3 माह के रूम किराया को माफ किया जाए तथा वैसे मकान मालिक जो इसी पर आश्रित है उन्हें सरकार द्वारा पैसे दिए जाएं।