Facebook
Twitter
WhatsApp
Linkedin
Telegram

भक्तो और संघीयो, पूर्ण सम्मान के साथ पूछता हूँ कि मोदी ने जशोदाबेन के साथ जो किया वही अगर तुम्हारे पिता ने तुम्हारी माताजी के साथ किया होता तो तुम क्या करते? पढ़ो और जवाब दो.

● 2009 की घटना है..राजोसना गांव में एक रिपोर्टर जशोदाबेन से बात करने उनके स्कूल गई..स्कूल के प्रिंसिपल प्रवीण व्यास ने जशोदाबेन को मीडिया से बात नही करने की धमकी दी..

● थोड़ी देर बाद जशोदाबेन रिपोर्टर के पास लौटी..वो तनाव में थी और कांप रही थी..हाथों से अपना चेहरा ढक रही थी..

● जशोदाबेन बोली – मैं कुछ नही बोलूंगी..वो बहुत ताकतवर है..मेरी नौकरी से ही मेरी रोटी है..मेरी नौकरी चली जायेगी..

● प्रिंसिपल ने किसी को मोबाइल पर कुछ बताया..और जशोदाबेन चिल्लाने लगी- चले जाओ, मुझे अकेला छोड़ दो..

● थोड़ी देर बाद कई गाड़ियो में भर कर लोग आए और स्कूल को घेर लिया..जशोदाबेन किसी तरह स्कूल से भाग गई..

● कुछ लोगो ने उस महिला रिपोर्टर को घेर कर धमकाना शुरू कर दिया..आतंक का माहौल फैल गया पूरे गांव में..

● आपलोगो को शायद मालूम नही की जशोदाबेन का गांव मुस्लिम बाहुल्य था..मुस्लिम बच्चो को पढ़ाती थी..मुस्लिम समाज ने जशोदाबेन को देवी का दर्जा दिया..

● शायद जशोदाबेन का सेकुलरिज्म, मानवता और इंसानियत के प्रति उनका समर्पण ही उनका शत्रु बन गया..कैसा इंसाफ है ये?

भक्तो और संघीयो, जशोदाबेन ने पूरा जीवन असुरक्षा, डर और धमकी के साये में बिताया है..जिसने अपनी पत्नी का भला नही किया वो देश का भला करेगा? उम्मीद है कोई बुरा नही मानेगा और सभ्यता से जवाब देगा.. #krishnaniyer

ये लेख कृष्णन अय्यर के फेसबुक बॉल से ली गयी ये उनकी निजी राय हैं