भारत समेत दुनिया भर में कोरोना वायरस ने लोगों को प्रभावित किया हैं इसको लेकर तमाम देश अपने अपने स्तर पर करवाई कर रहा हैं, वही भारत में 21 दिन के लॉक डाउन खत्म होने के बाद फिर से पीएम मोदी ने इसको बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया हैं.
सरकार का दावा हैं की लॉक डाउन करने से कोरोना के मामले भारत में दूसरे देशों के मुकावले भारत में कोरोना संक्रमण कम हुए हैं. जबकि सच्चाई कुछ ओर ही हैं. दरअसल जनसत्ता के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में टेस्ट कम हो रही हैं
जन्सत्त्ता के मुताविक भारत टेस्ट करने के मामले में इटली और अमेरिका से काफी पीछे हैं. अपने रिपोर्ट में कहा कोरोना वायरस अब तक पूरी दुनिया में करीब 1.30 लाख लोगों की जान ले चुका है और करीब 21 लाख लोग संक्रमण की चपेट में हैं।
भारत में भी कोरोना वायरस के चलते करीब 400 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर के विशेषज्ञ इससे बचाव का दो ही उपाय बताते हैं- शारीरिक दूरी और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच।
रिपोर्ट में कहा भारत में प्रति 1000 लोगों पर जांच की संख्या भी यहां बेहद कम है। यह संख्या मात्र 0.1 है। इटली में प्रति 1000 व्यक्ति पर 17.2, दक्षिण कोरिया में 10 और अमेरिका में 8.5 लोगों की जांच हो रही है।