वैसे तो कोरोना को लेकर राहुल गाँधी जनवरी से ही अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं लेकिन सरकार ने सुना नहीं यही आरोप कांग्रेस नेता सरकार पर लगाते आ रहे हैं
जिसके बाद कोरोना को लेकर सरकार ने पुरे देश में लॉक डाउन जारी कर दिया. इससे मजदूरों को दिहाड़ी करने वालो को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा हैं सरकार ने इस कोरोना से लड़ने के लिए जहाँ जनता से खूब चंदा बटोरे हैं
वही कितना खर्च किया हैं आजतक किसी को पता नहीं लग पाया हैं. लेकिन सरकार पर इसको लेकर काफी सवाल भी उठा हैं.
वही मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए सोनिया गाँधी ने सराकर से कई बार अपील किया की उन्हे मुफ्त में घर पहुचाये लेकिन सोनिया का आरोप हैं की सरकार ने उनकी इस मांग को ख़ारिज कर दिया जिसके बाद सोनिया गाँधी खुद मजदूरों का किराया देने का एलान कर दिया .
वही प्रियंका गाँधी ने भी मजदूरों के लिए 1000 बसों का इंतजाम किया हैं जिससे मजदूरों को घर ले जाया जा सकेगा। वही लोग इसपर सवाल भी पूछ रहे हैं की चंदा तो सरकार लिया लेकिन पैसे कांग्रेस दे रही हैं