उत्तर प्रदेश के बुलदंशहर में मंगलवार तड़के दो साधुओं की हत्या कर दी गई। कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की भीड़ ने नृशंस हत्या कर दी थी।
उसके बाद क्या ट्विटर, क्या फ़ेसबुक और क्या वॉट्सऐप, ट्रोल आर्मी ने देश में तूफान खड़ा कर दिया और पूरे मामले को पलक झपकते ही सांप्रदायिक एंगल दे दिया। ट्रोल आर्मी को बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं, प्रवक्ताओं का इस काम में भरपूर सहयोग मिला।
लेकिन जैसे ही बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या होने की ख़बर सामने आई, ट्रोल आर्मी और बीजेपी नेताओं को मानो सांप सूंघ गया है। इस मामले में कोई शोर नहीं है और लोग बीजेपी नेताओं से यही पूछ रहे हैं कि भाई साधुओं की हत्या तो यहां भी हुई है, तो भैया चुप काहे हो?