कोरोना से लड़ने के लिए जनता चन्दा दे रही हैं उधर सरकार उधोगपतियों के 68 हजार करोड़ कर्ज माफ़ कर दिया.

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Prime Minister Narendra Modi during the Valedictory Session of National Law Day Celebration at vigyan Bhawan on 26th Nov. 2017. Express photo by Renuka Puri

16 मार्च, 2020 को संसद में Rahul Gandhi ने देश के सबसे बड़े 50 बैंक घोटाले बाजों के नाम मोदी सरकार से पूछा था. सरकार ने नाम बताने से इंकार कर दिया. अब यही सवाल एक RTI के जरिये RBI से पूछा गया तो पता चला सरकार ने 50 डिफॉल्टर्स का 68,607 करोड़ का कर्ज माफ कर दिया. ये ऐसे डिफॉल्टर्स थे जो जान बूझकर पैसा नहीं दिया.

अब लोग सोशल मीडिया पर इसको लेकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं लोग पूछ हे हैं की गरीब जनता को 5 किलो चावल में उलझाकर उधर अपने चहेते उद्योगपतियों के 68 हजार करोड़ माफ कर दिया.

कई यूजर कह रहे हैं देश की जनता इधर कोरोना से लड़ने के लिए चंदा दे रही हैं और सरकार उधर अमीरों का कर्ज माफ़ करने में लगी है.

दरअसल RTI के जरिये खुलासा हुआ की RBI ने उन डिफॉलटर्स का कर्ज माफ़ कर दिया हैं जो बूझकर सरकार को पैसा नहीं दिया. सभी 50 डिफॉलटर्स का नाम शामिल हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने स्वीकार किया है कि उसने 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं। इसमें फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम भी शामिल है। यह जानकारी एक आरटीआई आवेदन से सामने आई है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस प्रमुख आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने 50 शीर्ष विलफुल डिफाल्टर्स (जानबूझ कर ऋण न चुकाने वाला) के बारे में जानकारी हासिल करने 16 फरवरी तक उनके ऋण की मौजूदा स्थिति के बारे में जानने के लिए एक आरटीआई आवेदन दाखिल किया था।

आरबीआई ने कहा कि इस धनराशि (68,607 करोड़ रुपये) बकाया धनराशि शामिल हैं, और तकनीकी रूप से और विवेकपूर्ण तरीके से इस पूरी राशि को 30 सितंबर, 2019 तक माफ कर दिया गया है।