किसान बंसी कुशवाहा को मध्य प्रदेश पुलिस ने इतना मारा कि उनकी मौत हो गई. 16 अप्रैल शाम को 50 वर्षीय किसान बंशी कुशवाह अपने खेतों को पानी देकर घर आ रहे थे. रास्ते मे छह पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और इलाके में चल रहे जुए के धंधे के बारे में पूछने लगे. बंसी ने कोई जानकारी होने से इनकार किया।
इस पर पुलिस वालों ने उन्हें इतना मारा कि वे बेहोश हो गए। बंसी के पड़ोसी उन्हें घर लेकर आए। सोमवार को बंसी की मौत हो गई. इस मामले में जबलपुर के गोरा बाजार पुलिस स्टेशन में तैनात एक एएसआई, एक हेड कांस्टेबल और चार सिपाहियों समेत 6 पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया लेकिन देर शाम जबलपुर के एसपी अमित सिंह का भी तबादला हो गया.
एएसपी-जबलपुर संजीव उइके के अनुसार, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि किसान को एक बीमारी के इलाज के लिए 19 अप्रैल को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसने स्थानीय पुलिस या उच्च अधिकारियों से कोई शिकायत नहीं की थी. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार है. अगर उसमें ये बात आई कि पुलिस की पिटाई से किसान की मौत हुई है तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा.