बीजेपी वाले दावा तो करते है देशभक्त होने का. देशद्रोही को सबक सिखाने का लेकिन साहेब भूल गए की लॉक डाउन जैसे स्थति में काला बाजारी करना भी गलत है. जहाँ एक तरफ लगातार पीएम मोदी लोगों से अपील कर रहे है की कोरोना से लड़ने के लिए गरीबों को पहले मदद की जाये।
लेकिन बीजेपी नेताओ के सगे सम्बन्धी कर उल्टा रहे है. दरअसल लॉकडाउन के दौरान सरकारी सस्ते गल्ले का राशन प्राइवेट दुकान पर बेचने के आरोप में शुक्रवार को भाजपा नेता के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो दुकानें सीज कर दी गईं।
मामले में दो अन्य आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ भी मुकदमा कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीज सरकारी गल्ला दुकान भाजपा नेता के पति के नाम पर बताई जा रही है।
एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि किसी ने थाने में फोन कर शिकायत की थी कि एक दुकानदार अनूप सिंह सरकारी चावल बेच रहा है। यह चावल साई मंदिर के निकट सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता राहुल पंत की दुकान से पहुंचा था। मामले की जांच में शिकायत सही पाई गई।
इस पर राहुल और अनूप की दुकानें सील कर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पहुंचा मुफ्त 450 किलो चावल नौ बोरियों से बरामद किया गया। इस पर अनूप और उसके पुत्र देवेंद्र सिंह पर आवश्यक वस्तु अधिनियम, महामारी अधिनियम 2ए/03 व डिजास्टर मैनेजमेंट ऐक्ट 188 के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। राहुल के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।