नागरिकता कानून को लेकर जहा देश में हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है शांति पूर्ण। लेकिन कुछ लोगो को ये शांतिपूर्ण प्रदर्शन पसंद नहीं आ इसको बदनाम करने के लिए कुछ लोग नए नए साजिश रच रहे है. अब ने इसको सीधे टूर पर एक्सशन लिया है.
दरअसल, दिल्ली के शाहीन बाग़ की तर्ज़ पर दिल्ली में ही कई स्थानों पर अलग अलग शाहीन बाग़ बन चुके हैं। इनमें जाफराबाद, सीलमपुर, कर्दमपुरी, तुर्कमान गेट, इन्द्रलोक, आज़ाद मार्केट, निज़ामुद्दीन, हौजरानी, शाही ईदागाह जैसे स्थानों पर नागरिकता क़ानून के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।
बीते रोज़ रविवार को दिल्ली के मौजपुर में भीम आर्मी के बंद के दौरान हिंसक झड़प हुई, यह झड़प भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और शिवेसना एंव भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच हुई थी। इसके बाद इस झड़प को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश उधर जाफराबाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
स्थिती अभी अभी तनावपूर्ण बनी हुई है। भाजपा सीएए के समर्थन में जाफराबाद और सीलमपुर में रैली करने की चेतावनी दे रही है, वहीं भाजपा के अनुषांगिक संगठनों के लोग शांतिपूर्ण तरीक़े से चल रहे इन आंदोलनों को उखाड़ना चाहते हैं।
दिल्ली के जाफराबाद से जो तस्वीरें सामने आईं हैं, वे पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान लगाती हैं। दिल्ली पुलिस की एक फुटेज सामने आई है जिसमें वह भारतीय सेना के जवानों सरीखी वर्दी पहन रखी है. करीब 1.04 मिनट के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कथित तौर पर दिल्ली पुलिस के जवान, भारतीय सेना सरीखी वर्दी पहन कर जाफरादबाद मेट्रो स्टेशन पर दिख रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर भारतीय सेना ने कहा है कि वह जांच कर एक्शन लेगी.
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा ट्वीट किये गए एक वीडियो पर सोमवार को प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय सेना के प्रवक्ता के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया स्पष्ट कर दें कि ‘आंतरिक सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की तैनाती नहीं की गई थी.’ ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार,’भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना ने की वर्दी पहने राज्य पुलिस बलों और निजी सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.