विकास, विकास, विकास। सुशाषन, सुशाषन, सुशाषन। रामराज्य, रामराज्य, रामराज्य। पिछले छह साल से पीएम मोदी देश के लोगों को यही आश्वसन दें रहें है है हमारा देश विकास कर रहा है. सुशासन की हमारी सरकार है. देश में अब रामराज्य है. वो बात अलग है कि पीएम मोदी के इन दावों की हवा आंकड़े और रिपोर्ट ही निकाल देती है.
पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट सामने आने के बाद मोदी सरकार की किरकिरी शूरु हो गया. मोदी सरकार के विकास, सुशासन और रामराज्य की हवा फुस्स में निकास दी है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट ‘ State of the world’ में कहा गया कि आज भुखमरी के मामले में पाकिस्तान जैसे सड़े बद्दतर देश से भी भारत पिछड़ गया है. यह बात देश और मोदी सरकार के लिए काफी शर्मनाक बात है.
रिपोर्ट में कहा गया, 117 देशों के इस लिस्ट में भारत का स्थान 102 है. इस लिस्ट में भारत से कई गुना बेहतर पाकिस्तान, श्रीलंका, बंग्लादेश, नेपाल और म्यांमार है. इस रिपोर्ट में पाकिस्तान 94 नम्बर पर, नेपाल 73 नम्बर पर, म्यांमार 69 नम्बर पर, श्रीलंका 66 नम्बर पर और बंग्लादेश 88 नम्बर पर है. इस रिपोर्ट में चीन भारत से कई गुना बेहतर है. चीन इस रैंक में 25 वां स्थान पर है.
भुखमरी की समस्या को दुर करने में वाले देशों की लिस्ट में भारत 2014 के मुकाबले काफी नीचे चला गया है. इस रिपोर्ट में 47 देश ऐसे है जो अभी भारत से भी बदतर स्थिति में विराजमान है. इस रिपोर्ट में बताया गया है, कुपोषण, शिशु मृत्यु दर, चाइल्ड वोस्टिंग और बच्चों को बढाने की स्थिति में भारत फैल हुआ है. रिपोर्ट में सामने आई मोटा मोटी तौर पर समझे तो यह कहा ग़या कि जो देश हमारे पैसे मदद से अपना जीवन गुजरा करता था आज वो हमसे काफी बेहतर हो गया और भारत दिन प्रतिदिन पिछड़ रहा है. आज दुनिया में करीब अस्सी करोड़ लोख भुखमरी का शिकार है.