न्यूज ब्यूरों इंडियन टाईम : आगामी लोकसभा सभा चुनाव की हवा पुरा चुनावी हो चुका हैं सत्तापक्ष से विपक्ष सभी चुनावी मोड में आ गऐ है ऐसे में आरोप प्रत्यारोप लगने शूरु हो गऐ है। ऐसे ही एक घोषणा राहुल ने न्याय योजना लेकर किया है, जिसमे राहुल ने बताया बारह हजार रूपये से कम कमाने वाले परिवार को न्याय योजना के तहत गरीब परिवार के खातों में प्रतिमाह छ: हजार रूपये डालेंगे यानि प्रतिवर्ष 72 हजार रुपये, जिसे कांग्रेस ने मास्टर स्ट्रोक बताया है।
वहीं बताया जा रहा है कि राहुल ने इस योजना को लेकर पूर्व आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन से सलाह लेकर फैसला लिया है जिसे कई मंचों पर राहुल ने खुलकर रघुराम राजन का तारीफ करते नजर आऐ थे। वहीं इस घोषणा के बाद अटकलों के बाद बाजार गर्म हो गया है कि अगर केन्द्र में राहुल सरकार बनी तो रघुराम राजन को देश का वित्तमंत्री बनाया जा सकता है। वहीं इस सवाल को लेकर मिडिया ने रघूराम राजन से सवाल पुछा तो रघुराम राजन ने कहा कि अगर उन्हें कोई बढ़िया मौका मिलता है तो वह देश लौट सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह देश के लिए योगदान करने के लिए तैयार है और उन्हें इसमें खुशी होगी. आपको बता दें कि रघुराम राजन ने यह बात अपनी किताब ‘दि थर्ड आई’ किताब के लोकार्पण के अवसर पर कही है.
पूर्व गर्वनर ने कहा मैं अभी जहाँ हू बहुत खूश हूँ लेकिन अगर हमसे कुछ बेहतर हो सकता है तो हम तैयार है रघुराम राजन इस समय अमेरिका में शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर हैं. राजनीतिक सर्किल में अटकलें लगाईं जा रही हैं कि अगर तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बीएसपी और टीडीपी सहित महागठबंधन आगामी लोकसभा चुनावों में विजयी होता है, तो उन्हें वित्त मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा था कि रघुराम राजन उन टॉप अर्थशास्त्रियों में शामिल हैं, जिनकी सलाह कांग्रेस पार्टी ने मिनिमम इनकम गारंटी स्कीम तैयार करते समय ली थी।