अर्थशास्त्र के जगत में नॉबेल पुरस्कार पाने वाले अभिजीत बनर्जी को देश की सरकार ने बधाई तक देना उचित नही समझा ऐसा पहले रविश कुमार के समय भी हो चुका है जब उन्हें एशिया का श्रेष्ठ पत्रकारिता अवार्ड मिला फिर भी उन्हें किसी भारत सरकार के प्रधानमंत्री व मंत्री द्वारा बधाई नही दी गई उनकी आलोचना करने के इंतज़ार में हमेशा बीजेपी के नेता रहते है ऐसा अभिजीत बनर्जी के साथ भी हो रहा है
नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी पर पीयूष गोयल द्वारा किए गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि ये लोग नफरत में अंधे हो गए हैं और साथ ही उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता बनर्जी का हौसला अफजाई भी किया है।
राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी पर दिए बयान पर टिप्पणी करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह लोग नफरत में अंधे हो चुके हैं और उन्हें नहीं पता कि व्यावसायिकता क्या होती है।
इससे पहले गोयल ने कहा था कि बनर्जी का वामपंथ की ओर झुकाव है। पुणे में मीडिया ब्रीफिंग के दौरान गोयल ने उन्हें वामपंथ की ओर झुकाव वाला व्यक्ति बताया था। गोयल ने कहा था, ‘अभिजीत बनर्जी जी को नोबेल पुरस्कार मिला मैं उनको बधाई देता हूं। लेकिन उनकी समझ के बारे में आप सब जानते हैं। उनकी जो सोच है वह वामपंथ से प्रेरित हैं। उन्होंने न्याय (कांग्रेस की योजना) के गुणगान गाए थे। भारत की जनता ने उनकी सोच को पूरी तरह से खारिज कर दिया।’
बनर्जी ने कहा कि वाणिज्य मंत्री मेरी व्यावसायिकता पर सवाल उठा रहे हैं। इसपर राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘प्रिय बनर्जी यह लोग नफरत में अंधे हो चुके हैं इन्हें नहीं पता कि व्यावसायिकता क्या होती है। यदि आप एक दशक तक भी कोशिश करें तो भी आप उन्हें यह नहीं समझा पाएंगे। कृपया निश्चित रहें लाखों भारतीयों को आपके काम पर गर्व है।’
दरअसल अभिजीत बनर्जी का कांग्रेस से नजदीकी बीजेपी को रास नहीं आ रहा है इसलिए नोबेल पुरस्कार मिलने के बावजूद भी बीजेपी नेता लगातार अभिजीत की आलोचना करने का प्रयास कर रहे हैं।
इसको लेकर नरेंद्र मोदी व पीयूष गोयल की जमकर आलोचना सोशल मीडिया पर की जा रही है बुद्धिजीवी वर्ग में सरकार के प्रति इसके लिये रोष भी है उनका मानना है कि अंतरराष्ट्रीय व पूरी दुनिया में जिसने देश का मान बढाया उनके साथ मे ऐसा व्यवहार या ऐसी आलोचना ठीक नही है