हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर को लेकर अलग-अलग राय सामने आ रही हैं। एक बड़ा वर्ग जहां इस मसले पर हैदराबाद पुलिस की तारीफ कर रहा है तो कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े किए हैं। कांग्रेस के सीनियर लीडर शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘न्यायिक व्यवस्था से परे इस तरह के एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते।’
हैदराबाद में गैंगरेप के चारों आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने से भले ही जनता, विशेषकर महिलाओं ने राहत की सांस ली, लेकिन बेहतर होता कि इसकी नौबत न आती, न किसी को अंगुली उठाने का मौका मिलता, बल्कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें फांसी दी जाती। pic.twitter.com/fD2vHxmjDO
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 6, 2019
एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘हमें और जानने की जरूरत है। यदि क्रिमिनल्स के पास हथियार थे तो पुलिस ने अपनी कार्रवाई को सही ठहरा सकती है। जब तक पूरी सच्चाई सामने न आए तब तक हमें निंदा नहीं करनी चाहिए। लेकिन कानून से चलने वाले समाज में इस तरह का गैर-न्यायिक हत्याओं को सही नहीं ठहराया जा सकता।’
वामपंथी दल सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति हमारी चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा कि बदला कभी न्याय नहीं हो सकता। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप कांड के बाद लागू हुए कड़े कानून को हम सही से लागू क्यों नहीं कर पा रहे है।
बीजेपी की सांसद मेनका गांधी ने भी इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘जो भी हुआ है, वह इस देश के लिए बहुत भयानक हुआ है। आप लोगों को इसलिए नहीं मार सकते क्योंकि आप ऐसा चाहते हैं। आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते। उन्हें किसी भी तरह से कानून के जरिए ही सजा दी जानी चाहिए थी।’ एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए।
जो भी हुआ है, देश के लिए बहुत भयानक हुआ है। आप किसी को केवल इस वजह से नहीं मार सकते क्योंकि आप मारना चाहते हैं। आप कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते। उन्हें(आरोपियों को) कोर्ट द्वारा फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था: मेनका गांधी, बीजेपी https://t.co/muy7eL8mNd #HyderabadEncounter pic.twitter.com/eSyAnS2iyU
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) December 6, 2019