निजामुद्दीन मरकज के मामले के सामने आने के बाद देश भर में कोरोना वायरस के फैलने के लिए न केवल मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराया गया बल्कि देश भर में मुसलमानों के साथ हिंसा भी जारी है। जिसमें झूठी खबरे फैला कर भारतीय मीडिया ने बड़ी भूमिका निभाई है।
देश भर में मुस्लिमों पर हो रहे हमलों की अमेरिकी आयोग ने कड़ी आलोचना की है। USCIRF ने अपने ट्वीट में कहा, यूएससीआईआरएफ ने कोरोनो वायरस के प्रसार पर झूठी अफवाहों और राजनेताओं द्वारा खतरनाक बयानबाजी के कारण भारत में मुसलमानों पर लगातार हो रहे हमलों की निंदा की। यह कलंक अधिक भेदभाव और हिंसा को जन्म दे सकता है।
आपको बता दे की इससे पहले WHO ने भी सभी देशों को आगाह किया था की कोरोना एक आग है इससे कोई ना खेले. इसका राजनितिक करण ना करे उसी में सबकी भलाई है. बरना इसका अंजाम खतरनाक होगा.